Kerala story के बाद अब बंगाल डायरी 2023 पर मचा बवाल, मेकर्स के खिलाफ लोगों ने की शिकायत दर्ज, कहा- बंगाल का माहौल बिगाड़ने का किया प्रयास

जहां एक तरफ द केरल स्टोरी लेकर विवाद धमने का नाम नहीं ले रहे है वहीं दूसरी ओर ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ के ट्रेलर के आते ही फिल्म चर्चा का विष्य बनी हुई है. इस ट्रेलर के लॉच होने के बाद से ही बंगाल के लोगों में आक्रोश की लहर देखने को मिल रही है. वहीं फिल्म के डायरेक्टर को पश्चिम बंगाल पुलिस ने नोटिस जारी कर दिया है. डायरेक्टर पर आरोप है कि वह अपनी फिल्म के जरिए बंगाल की छवि बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं.

‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ में बताए गए कई राज़

लेकिन जिस ट्रेलर पर इतना विवाद हो रहा है उसकी कहानी जान कर आप भी दंग रह जाएंगे. ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ का ट्रेलर हिंदुओं के साथ हुए अन्याय को बयान करता है. फिल्म के मेकर जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की फिल्म ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ पश्चिम बंगाल के हालात और वहां की राजनीति के बदलते हुए हालातों पर बेस्ड है.

ट्रेलर में किया शरियत कानून का जिक्र

बता दें कि ट्रेलर की शुरुआत होते ही एक डायलॉग सुनने को मिलता है कि लोकतंत्र जनता द्वारा चुनी गई सरकार. लेकिन इसका एक मतलब ये भी है कि बहुमत अगर मुस्लमानों की होगा तो कानून भी शरियत का होगा. लेकिन इस ट्रेसर में तुरंत ममता बनर्जी का किरदार निभाती हुई एक महिला नजर आती हैं जो CAA और NRC को जोर से बोलती हुई दिखाती देती है.

ट्रेलर में बंगाल की हुई कश्मीर से तुलना

ट्रेलर में पश्चिम बंगाल के दिन पर दिन बदतर होते जा रहे हालातों की झलक दिखाई गई है. लोगों का पलायन दिखाया गया है. फिल्म के ट्रेलर के अनुसार बड़ी संख्या में बांग्लादेश के कट्टरपंथियों और रोहिंग्या मुसलमानों को पश्चिम बंगाल में बसाने का कार्य किया जा रहा था.

फिल्म के ट्रेलर में आगे दिखाया गया है कि पश्चिम बंगाल के हालात कश्मीर से ज्यादा बदतर होते दिखाए गए है. असम के हिंदूओं के लिए पश्चिम बंगाल दूसरा कश्मीर बन गया है. यानी मेकर्स ने इस ट्रेलर के जरिए ये दिखाने की कोशिश की है कि किस तरह से पश्चिम बंगाल में हिंदुओं का उत्पीड़न किया जा रहा है और ये उत्पीड़न करने वाले कोई और नहीं बल्कि कट्टरपंथी मानसिकता रखने वाले मुसलमान हैं.

Maharashtra | West Bengal Police issues notice to the director of the Hindi film “The Diary of West Bengal”, alleging that the director is trying to defame Bengal with this film.

Presented by Wasim Rizvi Films, The Diary of West Bengal is produced by Jitendra Narayan Singh and…

— ANI (@ANI) May 26, 2023

पुलिस ने जारी किया नोटिस

वहीं पश्चिम बंगाल की पुलिस ने फिल्म के डायरेक्टर सनोज मिश्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कर नोटिस जारी कर दिया है. वहीं इससे पहले ही निर्माता को पुलिस द्वारा गिरफ्तारी का डर था. लेकिन पुलिस ने नोटिस जारी कर दिया है. इस फिल्म में ममता बनर्जी के किरदार को लेकर भी बवाल बनता नजर आ रहा है.

बता दें कि मेकर्स पर आरोप लगाया गया है कि ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ के जरिये पश्चिम बंगाल को बदनाम करने की कोशिश की गई है. वसीम रिजवी फिल्म्स प्रेजेंट्स ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ के निर्माता जितेंद्र नारायण सिंह हैं और इस फिल्म के डायरेक्टर और राइटर फेमस फिल्म निर्देशक सनोज मिश्रा. बता दें कि डायरेक्टर को वेस्ट बंगाल के AMHERST पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए सीआरपीसी की धारा 41 A के तहत नोटिस भेजा गया है.

ममता सरकार के जरिए फैल रहा आतंकवाद

वहीं फिल्म के निर्माता जितेंद्र नारायण सिंह का कहना था कि इस वजह से पश्चिम बंगाल में खास करके बांग्लादेश के बॉर्डर से सटे हुए क्षेत्रों में एक बहुत बड़ी रोहिंग्या मुसलमानों की आबादी बसती जा रही है. ये रोहिंग्या मुसलमान पश्चिम बंगाल से आईडी बनवा कर पूरे देश में फैल रहे हैं और इन्हें विदेशी आतंकी संगठन खास मकसद के लिए पूरे हिंदुस्तान में पश्चिम बंगाल की ममता सरकार के जरिये फैलाया जा रहा है.

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